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नई शिक्षा नीति के अंतर्गत: समावेशी शिक्षा पर उसका प्रभाव - शिल्पी प्रकाश, भाषालॅब


समावेशी शिक्षा एक ऐसी शिक्षा प्रणाली है जो विशेष शैक्षणिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक सामान्य छात्र और विकलांग छात्र को समान अवसर प्रदान करती है। इसका मुख्य उद्देश्य विकलांग छात्रों के विकास पर ध्यान देना है, ताकि वे भी सामान्य छात्रों की तरह शैक्षिक गतिविधियों में भाग ले सकें।


समावेशी शिक्षा के उद्देश्य


समावेशी शिक्षा के कुछ महत्वपूर्ण उद्देश्य हैं:


  1. विशेष आवश्यकताओं की पूर्ति: इसके माध्यम से असमर्थ बच्चों को शिक्षा द्वारा मुख्य धारा में लाया जा सकता है। जिनकी सीखने की गति कम है, उन्हें आसानी से सिखाया जा सकता है।


  2. विकलांग छात्रों का विकास: समावेशी शिक्षा विशेष बच्चों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर उनके विकास पर ध्यान देती है।


  3. समान अवसर: विकलांग छात्रों को सामान्य छात्रों की तरह ही शैक्षिक गतिविधियों में भाग लेने का अधिकार है।


समावेशी शिक्षा के क्षेत्र में सरकार का योगदानभारत में समावेशी शिक्षा के क्षेत्र में सरकार ने कई महत्वपूर्ण पहलुओं को ध्यान में रखा है। यहां कुछ योजनाएँ और पहलू हैं जो समावेशी शिक्षा को सशक्त बनाने में मदद करते रहे हैं:


  1. माध्यमिक स्तर पर नि:शक्तजन समावेशी शिक्षा योजना (ईडीएसएस): यह योजना माध्यमिक शिक्षा के क्षेत्र में नि:शक्त छात्रों के लिए एकीकृत योजना के रूप में शुरू हुई थी। इसका उद्देश्य माध्यमिक शिक्षा के कक्षा IX-XII में पढ़ने वाले नि:शक्त छात्रों को समावेशी शिक्षा के लिए सहायता प्रदान करना है। यह योजना अब राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (आरएमएसए) के अंतर्गत सम्मिलित है।


  2. राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020: भारत की नई शिक्षा नीति ने समावेशी शिक्षा को महत्वपूर्ण स्थान दिया है। इसमें विकलांग छात्रों के लिए समान अवसरों की बढ़ावा देने का प्रयास किया गया है।


  3. विकलांग छात्रों के लिए विशेष शिक्षा संस्थानों की स्थापना: सरकार ने विकलांग छात्रों के लिए विशेष शिक्षा संस्थानों की स्थापना की है, जो उन्हें उनकी आवश्यकताओं के अनुसार शिक्षा प्रदान करते हैं।


  4. शिक्षकों की योग्यता और प्रशिक्षण: सरकार ने शिक्षकों की योग्यता और प्रशिक्षण को महत्वपूर्ण बनाया है ताकि वे समावेशी शिक्षा के सिद्धांतों को अपनी कक्षाओं में व्यवहार में ला सकें। इस दिशा में नई शिक्षा नीति भारत में विकलांग छात्रों के लिए शिक्षा के अवसरों को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। यह नीति शिक्षा के क्षेत्र में नवीन और सर्वांगीण परिवर्तनों की आधारशिला रखेगी और विकलांग छात्रों को भी अवसर प्रदान करेगी।


समाप्त


भाषालॅब के बारे में


भाषालॅब एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान है जो विशेष रूप से इंग्लिश, हिंदी, मराठी और संस्कृत जैसी भाषाओं के शिक्षण में माहिर है। हमारा उद्देश्य छात्रों के लिए भाषाई शिक्षा को सरल, सुलभ और प्रभावी बनाना है।


हम अपने संस्थान के माध्यम से विद्यार्थियों के लिए वर्ष भर चलने वाले क्रेडिट कोर्स प्रदान करते हैं, जो विशेष रूप से स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ाये जाते हैं। इन कोर्सेस में आधुनिक शिक्षण पद्धतियों का उपयोग करते हुए, भाषा के हर पहलू को कवर किया जाता है।


भाषालॅब में हम न केवल भाषा सिखाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, बल्कि हम छात्रों की भाषा क्षमता को बढ़ाने के लिए नई और अभिनव सामग्री, आकलन, और फीडबैक प्रणाली भी विकसित करते हैं।


हमारा लक्ष्य है कि हर छात्र भाषा सीखने में आत्मविश्वास महसूस करे और शिक्षा के इस क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करे। यदि आप भाषा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और शिक्षण की गुणवत्ता का अनुभव करना चाहते हैं, तो हमारे साथ जुड़िए और हमारे कोर्सेस का लाभ उठाइए।


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